
सात्विक सोरषे करोला झालदा रेसिपी देखकर झटपट बनाये यह लाभकारी व्यंजन।
पश्चिम बंगाल पाक शैली में सरषों को खूब इस्तेमाल किया जाता है। यह व्यंजन भी उन सब में एक है। करेला और सरसो मिलकर एक अनोखा स्वाद का जन्म होता है। यह सब्ज़ी कड़वे स्वाद वाली सब्जियों के अंतर्भुक्त आती है। भोजन के शुरुआत में इस व्यंजन का सेवन किया जाता है। इसके सेवन से भूख बढ़ती है और हजम क्रिया को तेज करने में सहायक है।
यह व्यंजन की खासियत यह है कि इसे पकाने में अधिक मसालों का प्रयोजन नहीं होता।
हमारे घर में यह व्यंजन को बचपन से तैयार होते देखा है और आज भी हम सेवन के लिए इसे तैयार करते हैं।
इस व्यंजन को चावल, रोटी या पराठे के साथ भी सेवन किया जा सकता है।
यह व्यंजन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी भी है।
यह व्यंजन को बनाने के लिए निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें।
| व्यंजन शैली / Cuisine | बंगाल शैली / पूर्व भारतीय |
| भोजन चुनाव | शाकाहारी / मुख्य भोजन |
| व्यंजन नाम: | सोरषे करोला झालदा |
| सात्विक आहार | हाँ |
| जैन व्यंजन | हाँ |
| सरसों भिगाने का समय | 30 mins |
| सामग्री तैयारी करने का समय | 10 Mins |
| पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 30 Mins |
| अंश / पोर्शन | 4 व्यक्ति के लिए |
सब्ज़ी सामग्री / Ingredients
| करेला | 200 gm / 3 करेला |
| सरसों | 6 tablespoon |
| हरी मिर्च (चिरी हुई) | 2 मिर्च |
| पांच फोरन | ½ teaspoon |
| लाल मिर्च पाउडर | ⅓ teaspoon |
| हल्दी | ½ teaspoon |
| नमक | स्वादानुसार |
| सरसों तेल / अन्य तेल | 4 tablespoon / आवश्यकता अनुसार |
| पानी | 2 कप / आवश्यकता अनुसार |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)

- सरसों को धो कर पानी ½ घंटे तक भिगो दें।
- करेला को धो लें।
- गोल आकार में काट लें। अलग बर्तन में रखें।
- सरसों को छलनी में रखकर पानी को निकाल दें।
- सरसों को मिक्सर जार में रखें।

- सरसों को मुलायम कर पीस लें।
- एक छलनी लें और एक गहरे बर्तन पर रखें। सरसों मिश्रण को छलनी में डालें।
- छलनी पर पानी डालकर सरसों मिश्रण को छान लें।
- सरसों के छिलकों को निकाल दें और उपयोग न करें।

- सरसों मिश्रण को बर्तन में रहने दें।
- मध्यम आंच पर फ्राइंग पैन को रखें। फ्राइंग पैन में 4 टेबल स्पून तेल डालें।
- तेल गरम होने पर फ्राइंग पैन पर पांच फोरन डालें और कुछ देर भून लें।
- अब कटे हुए करेले को फ्राइंग पैन में डालें। करछुल से चलाकर करेले को कुछ देर तक तलें।

- अब फ्राइंग पैन में हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, स्वादानुसार नमक डाल दें। करछुल से चलाकर मिला दें।
- अब फ्राइंग पैन में सरसों मिश्रण पानी को डाल कर मिला दे। हरी मिर्च डालें।
- फ्राइंग पैन को एक ढक्कन से ढक दें। मध्यम आँच रखें।
- भाँप में लगभग 15 मिनट तक पकने दें।

- फ्राइंग पैन से ढक्कन को हटा दें।
- सब्ज़ी को करछुल से कुछ देर चला दें।
- स्वाद को परख लें। आवश्यकता होने पर सब्ज़ी को नरम करने के लिए आवश्यकता अनुसार थोड़ा पानी डाल दें।
- फ्राइंग पैन पर ढक्कन लगा दें।
- कुछ देर बाद फ्राइंग पैन से ढक्कन को हटा दें।
- नमक का स्वाद परख लें। आवश्यकता अनुसार स्वाद को संतुलित करें। करेले को परख लें।
- व्यंजन तैयार है। आँच बंद करें। फ्राइंग पैन को आँच से हटा लें।
- गरमा गर्म परोसें चावल, रोटी के संग।
टिप्स:
- यह व्यंजन तैयार करने के लिए ताज़ा, दाग रहित सब्ज़ियों का चयन करें।
- यह व्यंजन का गठन गाढ़ा और गिला होता है।
- सब्ज़ी में अतिरिक्त कड़वापन को कम करने के लिए पहले करेले को उबालकर पानी निकाल दें। उसके बाद सब्ज़ी पकाने में इस्तेमाल करें।
- करेले को घी में तलने पर कड़वेपन में कमी होती है। कोई भी तेल में हल्का कुरकुरे कर तलने से भी कड़वेपन में कमी होता है।
- सात्विक भोजन हेतु प्याज़, लहसुन का उपयोग न करें।
- जैन भोजन में आलू या जड़ वाली सब्जियों का उपयोग न करें।
- पसंद अनुसार प्याज़ मिलाकर भी यह व्यंजन को बनाया जा सकता है।
- इस व्यंजन में मसालों का उपयोग नहीं होता है। सब्ज़ी, सरसों के रस से एक संतुलित स्वाद प्राप्त होता है ।
- सब्ज़ी को पकाने के लिए पसंद अनुसार अन्य कोई भी तेल का उपयोग किया जा सकता है।
- यह सब्ज़ी के सेवन से पाचन तंत्र और हजम क्रिया को ताकत मिलती है।
- मधुमेह (डायबिटीज) से पीड़ित व्यक्ति के लिए यह सब्ज़ी लाभकारी है।
- करेले के उबले हुए पानी का सेवन करने से मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को राहत मिल सकती है।
- सरसों के छिलके का सेवन न करें। पेट दर्द, बदहजमी, अम्लता और जलन का कारण बन सकता है।










