
सात्विक चना दाल पराठा रेसिपी
चना दाल के भरवां से तैयार किया हुआ पराठा खाने में स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक गुणों से भी भरपूर है। यह व्यंजन को नाश्ते में या फिर कोई भी मुख्य भोजन में सेवन किया जा सकता है। स्कूल या ऑफिस के लंच बॉक्स के लिए यह एक उत्तम चयन है।
यह व्यंजन को तैयार करने में अधिक वक्त नहीं लगता है। इसे पूरी की तरह भी तैयार किया जा सकता है।
यहाँ सात्विक विधि बताई गई है इसलिए प्याज़, लहसुन का उपयोग नही हुआ है।
जैन भोजन के अनुसार अदरक का उपयोग नहीं किया गया है।
पसंद अनुसार भरवां में अदरक या प्याज़, लहसुन मिलाकर भी तैयार किया जा सकता है।
इस रेसिपी में यह व्यंजन को तैयार करने लिए बिल्कुल सरल विधि बताई गई है। निम्न में दिए हुए विधि का अनुसरण करें।
| व्यंजन शैली /Cuisine | उत्तर भारतीय |
| भोजन चुनाव | शाकाहारी |
| व्यंजन नाम | चना दाल पराठा |
| सात्विक आहार | हाँ |
| जैन व्यंजन: | हाँ |
| चना दाल भिगोने का कुल समय | 2 Hrs (एक रात भर भिगोंकर रखा जा सकता है) |
| सामग्री तैयारी करने का समय | 10 Mins |
| पकाने का समय/ कुकिंग टाइम | 30 Mins |
| कुल समय | 40 Mins |
| अंश भाग / पोरशन | 4 व्यक्ति के लिए |
चना दाल पराठा रेसिपी के सामग्री
| आटा | 600 gm |
| सनफ्लॉवर तेल | 3 teaspoon |
| नमक | स्वाद अनुसार |
| पानी | आवश्यकता अनुसार |
| भरवां के लिए | |
| चना दाल (पानी में २ घंटे भिगो कर रखें) | 100 gm |
| धनिया पाउडर | 1 teaspoon |
| आमचूर पाउडर | ½ teaspoon |
| लालमिर्च पाउडर | ¼ teaspoon |
| साबुत जीरा | ⅓ teaspoon |
| हींग | ⅓ teaspoon |
| नमक | ½ teaspoon / स्वादानुसार |
| धनिया पत्ता ( बारीक कटा हुआ) | 1 teaspoon |
| तलने के लिए: | |
| घी / सनफ्लॉवर तेल | 8 teaspoon / आव्यशकता अनुसार |
विधि (प्रिपरेशन मेथड)

- आटा में नमक और 2 टीस्पून तेल डालकर अच्छी तरह मिला दें।

- पानी से आटा को गूंथ लें। 1 टीस्पून तेल लगा दे।
- कुछ देर तक आटा को ढक कर रख दें। फिर समान मात्रा में 8 लोई बना लें।

- पैन में एक तेजपत्ता और 2 कप पानी डालकर गर्म करें। चना दाल को गर्म पानी में डाल दें।
- पैन पर ढक्कन रखें। पूर्ण आँच पर चना दाल को 10 मिनट तक उबालें।
- चना दाल को उंगली से दबाकर परख लें। दाल पक जाने पर आँच को बंद करें।
- पानी ठंडा होने पर दाल को छलनी पर रख कर पानी को छान दें।

- उबली हुई दाल को एक गहरी कटोरी में रखें।
- दाल में धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, आमचूर पाउडर, नमक डालें। हाथ से दाल को मसल कर मुलायम कर दें।
- साबुत जीरा डालें।
- कटी हुई हरी मिर्च डालें।
- मसालों को मिला दें।

- आटे के लोई को बेलकर गोल पूरी बना लें। पूरी के केंद्र में दाल के भरवां को रखें।
- पूरी के किनारों को मोड़कर केंद्र में लाएं और चिपका दें। गोल गेंद के आकार में लोई करें।

- दाल भरी हुई लोई को चकले पर रखें।
- लोई पर ऊपर से थोड़ा आटा छिड़कें।
- लोई को उंगलियों से धीरे-धीरे दबाकर चपटा कर दें।

- बेलन से लोई को गोल रोटी आकार में बेल लें।
- मध्यम आँच पर तवा गर्म करें। कच्चे पराठे को तवे पर दोनों किनारों से सेंक लें।
- अब तवे पर १ टीस्पून घी डालकर पराठा को सुनहरा-भूरा होने तक तलें।

- पराठे के दोनों किनारों को पलट कर तलें।
- पराठे के परत पर भूरा छाला आने पर समझना चाहिए पराठा पक गया है।
- पराठा को टिश्यू पेपर पर रखें। अतिरिक्त तेल निकल जाने दें।
- इस तरह सारे पराठा को तैयार करें।
- यह व्यंजन तैयार है। आँच को बंद करें।
- गरमा गर्म परोसें अचार, दही या मनपसंद सब्ज़ी के साथ।
टिप्स:
- 100 gm चना दाल भीगने पर 200 gm हो जाती है।
- यह व्यंजन सिर्फ आटा, मैदा या फिर आटा- मैदा मिलाकर भी बनाया जा सकता है। इस रेसिपी में सिर्फ आटा का उपयोग हुआ है।
- यह व्यंजन के लिए आटा ज़रा नरम-सख्त गूंथना है।
- गूंथा हुए आटा को 10 से 15 मिनट तक फूलने देने से पराठा मुलायम बनता है।
- दाल से पानी को पूर्णता से छान दें। भरवां में पानी होने से पराठा बेलने में दिक्कत हो सकती है।
- पराठा बेलते समय चकले पे छिड़कने के लिए आटा या मैदा का इस्तेमाल संतुलित मात्रा में करें। अधिक आटा या मैदा लगाने से पराठा का रंग काला पड़ सकता है, इस बात का ध्यान रखें।
- पराठा दो तरीके से तला जा सकता है।
पहला तरीका- कच्चे पराठे को पहले गर्म तवे पर सेंकना है। अब तेल में तलें। इस पद्धति में पराठा तलने के लिए तेल की उपयोग मात्रा कम होगी। यह स्वास्थ्य के लिए हितकारी है।
पराठा थोड़ा नरम रहता है।
दूसरा तरीका- कच्चा पराठा को सेंकना नहीं है। गर्म तवे पर घी या तेल डालकर तुरंत पराठा को तलना होता है।
इस पद्धति से घी / तेल की उपयोग मात्रा अधिक होती है।
पराठा अधिक मात्रा में ख़स्ता, लच्छेदार और खाने में स्वादिस्ट होगा।
तेल से परहेज़ करनेवालों को यह पद्धति का उपयोग कम करने की सलाह दी जाती है।










